कल हमने मेष लग्न के रहस्यों के अंतर्गत बुध की महादशा के बारे में बताया था! आज मंगल की महादशा के बारे में बताउंगा! मंगल मेष लग्न का स्वामी है ! अष्टमेश होकर मृत्यु का स्वामी भी है! लग्नेश होने से मृत्यु को भी अपनी दशा अन्तर्दशा के दौरान नहीं फटकने देता! इसलिए यदि मंगल की दशा/अन्तर्दशा चल रही हो और शारीरिक कष्ट हो रहा हो तो घबराना नहीं चाहिए! इतना तय है की इस समय मृत्यु नहीं होगी! भले ही ऑपरेशन आदि भी कितना ही रिस्की क्यों न हो! इसका अर्थ यह भी है की यदि किसी ऑपरेशन का होना तय है और निकट भविष्य में मंगल की दशा/अन्तर्दशा आने वाली हो तो ऑपरेशन को उस समय तक स्थगित कर देना चाहिए!
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