Thursday, August 11, 2011

भारत और भ्रष्टाचार !

भ्रष्टाचार का क्या मतलब है ? भ्रष्ट  आचरण  ! क्या हम अपना आचरण सही रख पा रहे है ? यदि नहीं तो भ्रष्टाचार से कैसे निज़ात पाएंगे? जन लोकपाल विधेयक को दरकिनार करके  सरकार मनमर्जी कर रही है! परन्तु चुकी हम कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता है इसलिए सरकार का विरोध नहीं कर सकते! मनमोहन सिंह जैसे इमानदार व्यक्ति के रहते भ्रष्टाचार की गंगोत्री बह रही है! सिख धर्म जिसमे लंगर चलने की अनूठी और सफल परम्परा है ! निर्भीकता और त्याग जिसकी ताकत है ! उसी समाज का सरदार अपनी मजबूरी जताता है ! महान अर्थशास्त्री के प्रधानमंत्री रहते महंगाई के कारन मुबई का एक व्यक्ति आत्महत्या कर लेता है ! सरकार के गोदाम में अनाज बेकार हो रहे है! सुप्रीम कोर्ट मुफ्त में अनाज वितरित करने का आदेश देता है! परन्तु हमारे ईमानदार प्रधानमंत्री कुछ हो गया और कुछ बाकि है के इंतज़ार में है शायद ! व्यक्ति का कर्म कैसा रहा है जीवन में इसका पता अंतिम समय में यानि मृत्यु काल में ही चलता है ! मनमोहनजी ! शनि का तुला राशी में प्रवेश १३ नवम्बर २०११ को हो रहा है! सावधान ! शानिदेवजी ने अपने पिता सूर्यदेव को भी न्याय और इमानदारी का पाठ समझा दिया था ! किसी तरह के भ्रम में न रहे ! प्रायश्चित का मौका भी न मिलेगा!

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